नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मोदी कैबिनेट में पहला फेरदबल हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी अपनी कैबिनेट में नए चेहरों को जगह दे सकते हैं। इनमें अधिकतर सहयोगी दलों के मंत्री हो सकते हैं। इस साल 30 मई को दोबारा कार्यभार संभालने के बाद जब प्रधानमंत्री ने अपनी टीम बनाई तो उसमें जेडीयू से कोई नहीं था। इसके अलावा शिवसेना को भी प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व मिला था।
अब सहयोगियों के कोटे से कुछ और मंत्रियों को सरकार में शामिल किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पीएम अपने दूसरे कार्यकाल में मंत्रियों के अब तक के काम की समीक्षा भी करेंगे। संभावित फेरबदल इसी के आधार पर होगा। संसद का शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से शुरू होकर 13 दिसंबर तक चलेगा।
ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल:-
महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावी रण के समाप्त होने के साथ मोदी सरकार ने ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया है। मंगलवार को 11 सेक्रटरी सहित 22 सीनियर आईएएस अधिकारियों के तबादले हुए। पिछले कई महीनों से विवादों में रहे स्टाफ सिलेक्शन कमिशन में नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। अधिसूचना के तहत जम्मू-कश्मीर काडर के आईएएस ब्रज राज शर्मा को यह जिम्मेदारी मिली है।
बता दें कि परीक्षा में धांधली और कई तरह की शिकायतों को लेकर कमिशन स्टूडेंट्स के निशाने पर रहा है। इसके अलावा संजीव नंदन सहाय को नया पावर सेक्रटरी नियुक्त किया गया। एनएचएआई के चेयरमैन एन. एन. सिन्हा को बदल दिया गया है। उनकी जगह अभी किसी की नियुक्ति नहीं हुई है।
सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में कुछ और बदलाव होंगे। मोदी ने दूसरे कार्यकाल में पीएमओ की टीम नए सिरे से बनाई थी, लेकिन अब तक अहम मंत्रालयों के सेक्रटरी में बदलाव नहीं हुए थे।