ग्वालियर. मध्य प्रदेश में किसानों के नाम पर एक अनोखा घोटाला सामने आया है. इस मामले में सोसाइटी ने किसानों से समर्थन मूल्य के नाम पर 2200 क्विंटल गेंहू तो खरीद लिया, लेकिन इस एंट्री को पोर्टल से डिलीट कर दिया. ऐसे में किसानों को भुगतान नहीं हो पा रहा है. जबकि उनके पास गेंहू बेचने की रसीद भी है. जिले की चीनोर सोसाइटी में इस तरह से करीब 40 लाख रूपए से ज्यादा गड़बड़ झाला सामने आया है. किसानों ने जब अपने भुगतान के लिए सीएम हेल्प लाइन में शिकायत की तो हड़कंप मच गया. कलेक्टर ने इस मामले में जांच के आदेश के साथ ही दोषी सोसाइटी अफसरों पर FIR के आदेश भी दिए हैं.
सोसाइटी ने गेहूं खरीदकर किसानों का नाम हटा दिया:-
पहले बिना कर्ज लिए कर्जदार बन गए और अब फिर से उसी सोसाइटी की ठगी का शिकार हो गए. ये कहानी ग्वालियर जिले के चीनोर के हरसी सोसाइटी के किसानों की है. जिन्होंने अपने गेंहू को समर्थन मूल्य पर सोसाइटी को बेचा था. लेकिन जब 4 महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया, किसानों के पैसे उनके खाते में नहीं आए तो वह परेशान हो गए. जब उन्होंने हरसी सोसाइटी में पड़ताल की तो पता चला कि सोसाइटी का पोर्टल बता रहा है कि उन्होंने अपना गेंहू नहीं बेचा है. जबकि किसानों के पास उस समय की पोर्टल की पर्ची है, जिसमें उनका गेंहू खरीदा हुआ दिखाया जा रहा है. जबकि भुगतान के लिए पोर्टल से उनका नाम गायब कर दिया गया.
किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी:-
समर्थन मूल्य में गेंहू खरीदी में हुई ठगी की ये कहानी अकेले एक किसान की नहीं है बल्कि कई किसानों की है, जो अपनी शिकायत जिले के कलेक्टर से लेकर कमलनाथ सरकार तक कर चुके हैं. लेकिन जब उनके गेंहू का पैसा नही आया, तो उन्होंने कलेक्टर को अल्टीमेटम दिया है. किसानों के मुताबिक चीनोर की हरसी सोसाइटी के लोगों ने बड़े शातिराना तरीके से घोटाला किया है, जिसमें उन्होंने किसानों से 2,200 क्विटंल गेंहू समर्थन मूल्य पर खरीद लिया लेकिन उसे पोर्टल से डिलीट कर उसकी राशि का खुद आहरण कर लिया है. कलेक्टर ने इस मामले में जांच के साथ दोषी अफसरों पर FIR के आदेश भी दे दिए हैं. किसान नेता बृजेंद्र तिवारी का कहना है कि न्याय नहीं मिला तो किसान सड़क पर आकर आंदोलन करेंगे. किसानों का आरोप है कि ये कारनामा संभाग की कई और सोसाइटियों में भी हो चुका है. लेकिन वहां के किसानों को अभी पोर्टल का ये फर्जीवाड़ा समझ में नहीं आ रहा है.