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Tuesday, November 5, 2019

अब किसान खुद कर सकेंगे 6000 रुपए पाने के लिए रजिस्ट्रेशन, बस करना होगा ये काम!

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत अब तक देश भर के 7.63 करोड़ किसानों (Farmers) को पैसा मिल चुका है. इसमें 3.65 करोड़ लोगों को तीसरी किश्त भी मिल चुकी है. लेकिन शेष किसान अभी पैसे का इंतजार कर रहे हैं. यदि आपने भी इस स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदन दिया है और अब तक बैंक अकाउंट (Bank Account) में पैसा नहीं आया है तो उसका स्टेटस जानना बहुत आसान हो गया है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी (Kailash Chaudhary) ने बताया कि पीएम किसान पोर्टल (PM Kisan Portal ) पर जाकर कोई भी किसान भाई अपना आधार, मोबाइल और बैंक खाता नंबर दर्ज करके इसके स्टेटस की जानकारी ले सकता है.
चौधरी ने बताया कि अब किसी किसान को इस योजना में रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए अधिकारियों के पास नहीं जाना पड़ेगा. कोई भी इसके पोर्टल पर जाकर खुद ही अपना रजिस्ट्रेशन कर सकता है. इसका मकसद सभी किसानों को स्कीम से जोड़ना और रजिस्टर्ड लोगों को समय पर लाभ पहुंचाना है. कृषि मंत्रालय (Ministry of Agriculture) की इस सुविधा के शुरू होने के बाद राज्य सरकारों को किसानों के ब्योरे में आई गलतियों को ठीक करने और सत्यापन में अब समय पहले से काफी कम लगेगा.
इस स्कीम का लाभ उठाने में इस समय उत्तर प्रदेश नंबर एक स्थान पर है. यहां के करीब पौने दो करोड़ किसान इससे लाभान्वित हो चुके हैं. इसमें से 1.24 करोड़ लोगों को तीसरी किश्त भी मिल चुकी है. दिल्ली में इस स्कीम को लागू करने की अनुमति काफी देर से मिली है फिर भी यहां के करीब 12 हजार किसानों को फायदा मिल चुका है. इस साल 24 फरवरी को जब योजना शुरू हुई थी तो सिर्फ 12 करोड़ किसानों के लिए इसे लागू किया गया था. लेकिन दोबारा सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी 14.5 करोड़ किसान परिवारों के लिए स्कीम लागू कर दी.
न हो समाधान तो यहां करें संपर्क:-
अगर लेखपाल और कृषि अधिकारी किसी असली किसान को इसका लाभ देने में आनाकानी कर रहे हैं तो सोमवार से शुक्रवार तक पीएम-किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) के ई-मेल Email (pmkisan-ict@gov.in) पर संपर्क कर सकते हैं. वहां से भी न बात बने तो इस सेल के फोन नंबर 011-23381092 (Direct HelpLine) पर फोन करें. यह केंद्रीय कृषि मंत्रालय की हेल्पलाइन है. इस पर आपकी बात जरूर सुनी जाएगी.