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Friday, November 1, 2019

रिश्वतखोर थानाप्रभारी थाने में रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई

धार/(मध्यप्रदेश)। रिश्वतखोर अधिकारियों के हौंसले इतने बुलंद है कि अब थाने परिसर में खुलेआम पैसा ले रहे है। ऐसा ही मामला टांडा थाने में हुआ। यहां के थाना प्रभारी ने एक विवाद में नाम नहीं बढ़ाने की बात पर 20 हजार रुपए की मांग की। दरअसल लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने गुरुवार की शाम जिले के टांडा थाने के प्रभारी सुभाष सुलिया को टांडा स्थित अपने निवास पर 5 हजार रु की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपित थाना प्रभारी द्वारा भारतीय दंड विधान की धारा 354 यानी छेड़छाड़ के एक मामले में परिवार के अन्य सदस्यों को आरोपित बनाए जाने की बात कही गई थी। इससे बचने के लिए 20 हजार रु की रिश्वत मांगी गई थी। ऐसे में लोकायुक्त को शिकायत की गई और तत्काल प्रभाव से गुरुवार को थाना प्रभारी को ट्रेप कर लिया गया। मामले में कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि आरोपित को 5 हजार रु की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। इस मामले में आगामी कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में निरीक्षक लोकायुक्त राजकुमार सहित आरक्षक प्रमोद यादव व कमलेश परिहार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
क्या है पूरा मामला:-
लोकायुक्त डीएसपी एसएस यादव ने बताया कि फरियादी प्रेम सिंह डावर ने हमें शिकायत की थी कि थाना प्रभारी सुभाष सुलिया द्वारा 20 हजार रु की रिश्वत की मांग की गई है। उसके भाई रिशु को थाना प्रभारी ने भारतीय दंड विधान की धारा 354 के तहत आरोपित बनाया था। साथ ही इस मामले में अन्य लोग भी आरोपी थे। छेड़छाड़ के मामले में परिवार के अन्य सदस्यों पर भी मुकदमा कायम करने की बात कही थी। इस मामले में फरियादी ने बताया कि थाना प्रभारी ने 20 हजार रु इस बात के लिए मांगे थे कि परिवार के अन्य सदस्यों को वह आरोपित नहीं बनाएगा। 17 हजार रु में बात तय हुई थी। इस पर लोकायुक्त ने ट्रेप की कार्रवाई शुरू की। फरियादी प्रेम सिंह डावर ने बुधवार शाम को थाना प्रभारी को 17 हजार रु में से 12 हजार रु बुधवार की शाम को रिश्वत के तौर पर दे दिए थे। साथ ही शेष रकम गुरुवार को देने की बात कही थी। गुरुवार को जैसे ही फरियादी डावर टांडा थाना परिसर के स्थित उनके निवास पर पहुंचा और 5 हजार की रिश्वत उनको दी रिश्वत की रकम लेकर उसने अपनी डायरी में रख ली। तत्काल लोकायुक्त के ट्रेप दल ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। थाना प्रभारी लोकायुक्त की टीम को देखकर घबरा गया। डीएसपी यादव ने बताया कि आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।