जबलपुर। कंप्यूटर सांइस में डिप्लोमा लेकर यूट्यूब से ठगी के तरीके सीखे और फिर तोहफा नाम का मोबाइल ऐप बनाकर बर्थडे गिफ्ट और केक ऑर्डर लेने के लिए इसे अपलोड किया। जो भी इस ऐप का यूजर बना आरोपित के पास उसकी पूरी गोपनीय जानकारी चली गई। आरोपित ने कई लोगों के अकाउंट से ऑनलाइन खरीदी करना शुरू कर दिया। जब उनके अकाउंट से रुपए निकलने का मैसेज पहुंचा, तो मामले की शिकायत राज्य साइबर के पास पहुंची। इसके बाद टीम ने घेराबंदी करते हुए आरोपित को गिरफ्तार किया। राज्य सधन एसपी अंकित शुक्ला ने बताया कि प्रणय कुमार ने शिकायत की थी कि उसके क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति ने ऑनलाइन शॉपिंग कर धोखाधड़ी की है। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपित पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। इसके बाद बैंक से ट्रांजेक्शन की जानकारी लेकर ऑनलाइन अमेजान से हुई खरीदारी की जानकारी मांगी गई। इसके अलावा शिकायत करने वाले प्रणय के हैक किए गए जीमेल आईडी के संबंध में गूगल से तकनीकी जानकारी ली।
तोहफा ऐप का संचालक निकला ठग:-
जांच में तोहफा ऐप के संचालक रांझी जजेस कॉलोनी निवासी आशीष वर्मा के बारे में पता चला। जिसने ऐप में पूरी जानकारी लेकर ऑनलाइन ठगी की है। आरोपित ने तोहफा नाम का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाला था। मामले में निरीक्षक विपिन ताम्रकार के नेतृत्व में एसआई श्वेता सिंह, एसआई हेमंत पाठक, प्रआर मनीष उपाध्याय, आरक्षक शुभम सैनी और आरक्षक अजीत गौतम की टीम गठित कर आरोपित को गिरफ्तार करने निर्देश दिए। टीम ने घेराबंदी कर आरोपित को गिरफ्तार किया।
ऐप डाउनलोड करने में लगती थी जरूरी जानकारियां:-
यूजर्स जब इस ऐप को डाउनलोड करते थे। तो ऐप इंस्टॉल करते समय कुछ अनिवार्य जानकारियां मांगी जाती थी। इसमें यूजर का नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पासवर्ड, जन्मतिथि आदि दर्ज करनी होती थी। यह जानकारी तोहफा ऐप के संचालक आरोपित आशीष के डेटाबेस में सुरक्षित हो जाता था जिसका उपयोग करके वह यूजर्स की ईमेल आईडी हैक कर उसमें लोड निजी जानकारियों का दुरुपयोग कर ऑनलाइन शॉपिंग करता था।
यूट्यूब से सीखा ऐप बनाकर ठगी करना:-
आरोपित आशीष ने पूछताछ में बताया कि मोबाइल एप्लीकेशन को बनाकर उसके यूजर्स के डेटा को कैसे चुराया जा सकता है और उसका उपयोग करने और उनके पासवर्ड का कैसे ब्रेक किया जाए। इसकी जानकारी यूट्यूब से सीखी थी। आरोपित आशीष ने बताया कि तोहफा मोबाइल ऐप बनाया था, जिसमें यूजर्स ऑनलाइन केक, बर्थडे गिफ्ट्स, मैजिक बॉक्स आदि ऑर्डर कर अपने मित्र या परिचित के पास पहुंचा सकते है।
कई यूजर की गोपनीय जानकारियां मोबाइल में मिली:-
आरोपित आशीष ने इस ऐप को ऐसा डिजाइन किया था कि जैसे ही कोई यूजर इस ऐप को डाउनलोड करता था उसके पूरा डाटा आरोपित के पास आ जाता था। आरोपित आशीष के मोबाइल में कई यूजर के क्रेडिट, डेबिट कार्ड्स की फोटो और अन्य गोपनीय जानकारियां के स्क्रीन शॉट्स भी मिले हैं। आरोपित का मोबाइल जब्त कर जांच की जा रही है।
जीमेल आईडी हैक कर करता था शॉपिंग:-
तोहफा ऐप के माध्यम से आरोपित आशीष यूजर्स के चोरी किए गए डेटा से उनकी जीमेल आईडी हैक करता था और उसमें संरक्षित यूजर्स के बैंक संबंधी मेल की जानकारी, जीमेल पर सुरक्षित यूजर्स की मार्कशीट, क्रेडिट कार्ड्स, डेबिट कार्ड्स, आधार कार्ड्स, पासवर्ड आदि की जानकारी जुटाकर ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स जैसे अमेजान, फ्लिपकार्ट आदि से ऑनलाइन मोबाइल खरीदकर बाजार में बेच देता था।
आसानी से मिल जाती थी यूजर की ओटीपी:-
आरोपित आशीष ने ज्यादातर आर.बी.एल. बैंक और बजाज फिनसर्व के क्रेडिट कार्ड से खरीदारी की है। आर.बी.एल. बैंक से ट्रांजेक्शन करने के लिए ओटीपी की जरूरत होती थी, जो यूजर की जीमेल आईडी और फोन पर आता है। आरोपित आशीष को यह ओटीपी आसानी से मिल जाता था। ओटीपी मिलते ही आरोपित उस यूजर के अकाउंट से ऑनलाइन ठगी करता था।