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Thursday, February 27, 2020

बालाकोट एयरस्ट्राइक के लिए भारत ने आखिर मिराज-2000 को ही क्यों चुना? पढ़ें इनसाइड स्टोरी

नई दिल्ली: आज भारत के पास मिराज-2000 (Mirage-2000) से बेहतर सुखोई-30 Mki विमान भी हैं. लेकिन बालाकोट ऑपरेशन (Balakot Operation) के लिए मिराज से भरोसेमंद कोई विमान नहीं था. ये मल्टीरोल फाइटर एक बड़े पेड़ जितनी ऊंचाई पर उड़ सकता है. ये जमीनी और आसमानी हमलों में इस्तेमाल होने वाले दोनों तरह के हथियार लेकर उड़ सकता है. इसका आधुनिक वर्जन किसी भी पाकिस्तानी विमान पर भारी है. इसलिए भारत ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के लिए मिराज-2000 को ही चुना.
1999 में कारगिल जंग में ऑपरेशन सफेद सागर के दौरान वायु सेना ने 12 दिनों तक लगातार पाकिस्तानियों पर बम बरसाए थे. ये पहला मौका था जब भारतीय वायु सेना ने लेजर गाइडेड बमों का इस्तेमाल किया. ये मिराज-2000 के जरिये मुमकिन हुआ था. इस ऑपरेशन में भारतीय वायु सेना के पायलट फ्रांस से खरीदे गए मिराज विमान का इस्तेमाल कर रहे थे. इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी खुद तत्कालीन एयर चीफ मार्शल अनिल यशवंत टिपनिस कर रहे थे. अनिल यशवंत टिपनिस उस वक्त खुद एक मिराज विमान की बैक सीट पर बैठे थे.
मिराज-2000 और स्पाइस बम की जोड़ी:-
पश्चिमी वायु सेना कमान के प्रमुख एयर मार्शल रघुनाथ नाम्बियार ने कहा कि बालाकोट में एयर स्ट्राइक का स्वर्णिम इतिहास ग्वालियर एयरफोर्स स्टेशन महाराजपुर से रचा गया था. मिराज विमानों ने 26 फरवरी को आतंकी अड्डों पर इजरायल से खरीदे गए स्पाइस बम से हमला किया था. 8 मिनट के ऑपरेशन में मिराज-2000 और स्पाइस की जोड़ी ने बालाकोट को कब्रिस्तान बना दिया और स्वदेश लौट आए थे.
'टीम मिराज' से एक मुलाकात:-
ग्वालियर में मिराज-2000 की स्क्वाड्रन के पायलट मिशन बालाकोट का हिस्सा थे. वो पायलट कौन हैं, हम ये नहीं जानते लेकिन जब ज़ी न्यूज़ की टीम ने यहां पहुंचकर मिराज के कुछ पायलटों से बात की तो उन्होंने अपनी टीम की कामयाबी पर गर्व महसूस किया.
मिराज की जगह लेगा रफाल:-
आपको बता दें कि अब फ्रांस मिराज विमान का उत्पादन नहीं करता. अब वो अपने मिराज विमानों की जगह रफाल को शामिल कर रहा है. भारत ने भी फ्रांस से 36 रफाल विमानों की डील की है. भारत को दो विमान मिल चुके हैं. जिन पर भारतीय पायलट फ्रांस में ही ट्रेनिंग ले रहे हैं. मई में रफाल भारत आएंगे और अगले 20 साल तक मिराज के साथ मिलकर भारतीय आसमान की सुरक्षा करेंगे.