भोपाल. मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहली में भूख के चलते मंदिर की दानपेटी से 250 रुपए निकालने वाली 12 वर्षीय मासूम के लिए अब प्रशासन जागा है. प्रकाशित खबरों के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मामले पर संज्ञान लेने के बाद आनन-फानन में प्रशासनिक अमला बच्ची के परिवार की मदद में जुट गया है. बच्ची के घर में सारा सामान पहुंचाने खुद एसडीएम सीएल वर्मा पहुंचे. यही नहीं, परिवार को राशन के सामान के साथ ही जमीन का पट्टी भी मिल गया है.
परिवार को मिला जमीन का पट्टा:-
खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासनिक अमला बच्ची के घर पहुंचा. एसडीएम सीएल वर्मा ने बच्ची के परिवार को राशन का सारा सामान उपलब्ध कराया. मजेदार बात ये है कि परिवार को आटे से लेकर नमक तक उपलब्ध कराया गया. जबकि बच्चों के कपड़ों के साथ ही स्कूल बैग भी दिलाया गया. वहीं बच्ची के परिवार को जमीन का पट्टा भी तत्काल शासन की तरफ से दिया गया. हालांकि परिवार किसी के घर के पीछे एक छोटी सी झुग्गी बनाकर गुजर बसर कर रहा था. उस परिवार ने भी बच्ची के परिवार के लिए जगह दान में दी है, जिसके बाद प्रशासन अब उस जगह पर 12 साल की मासूम के लिए घर बनवाएगा. इसके अलावा बच्ची के परिवार को राशन कार्ड भी तुरंत बनाकर सौंप दिया गया है. जबकि एसडीएम ने बच्चों को बैठने के लिए दरी और चटाई भी दी. जबकि बच्ची के घर के सामने रास्ता नहीं है और अब वहां सड़क बनाने का भी काम शुरू हो गया है.
नेक विचारक एसडीओपी ने 12 साल की मासूम को लिया आजीवन गोद:-
12 साल की मासूम बच्ची को खबर के बाद रहली एसडीओपी अनुराग पाण्डे ने दरियादिली दिखाई और बच्ची को आजीवन गोद लिया है. पढ़ाई-लिखाई से लेकर एसडीओपी बच्ची का पूरा खर्च उठाएंगे. खबर के बाद बच्ची की मदद के लिए काफी लोग आगे आए हैं.
सीएम कमलनाथ ने लिया संज्ञान:-
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 12 साल की मासूम और परिवार को एक लाख की सहायता देने के अलावा राशन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. जबकि सीएम कमलनाथ के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव भी बच्ची के परिवार से मुलाकात करेंगे. वहीं दोनों नेता अधिकारियों को सरकारी योजनाओं का लाभ कमजोर तबके के लोगों को मिल रहा है या नहीं इस पर भी चर्चा करेंगे.
भूख के लिए बच्ची ने चोरी किए थे 250 रुपए:-
मध्य प्रदेश के सागर जिले के रहली गांव में 12 साल की बच्ची ने मंदिर की दानपेटी से 250 रुपए चुराए थे. उसने इसलिए चोरी की थी, ताकि वो अपने पिता और दो छोटे भाई-बहन के लिए आटा खरीद सके. दानपेटी से पैसे निकालने के बाद मंदिर प्रबंधन ने बच्ची पर एफआईआर दर्ज कराई थी और बच्ची को बाल सुधार गृह शहडोल भेज दिया गया है. हालांकि अब वह अपने घर आ रही है.