Hair Fall Treatment:- अगर आप के बाल गिर रहे हैं या टूट रहे हैं तो यह समाचार आप के लिए है। जी हां, अगर सही से खानपान नहीं रखा या बीपी और थाइराइड नियंत्रित नहीं रहा तो 35 वर्ष के बाद बाल टूटने या गिरने लगते हैं और व्यक्ति धीरे-धीरे गंजा हो जाता है। कहीं कहीं टुकड़ों में गंजापन फैल जाता है और देखते ही देखते सिर से बाल कम हो जाते हैं। ऐसे में बाल झड़ने और टूटने से बचने के लिए लोगों को मिजो डरमा रोलर की तकनीक से काफी मदद मिल सकती है। यह तकनीक बालों को काफी मजबूत बनाने के साथ ही गंजेपन से भी लोगों को बचाने में इन दिनों कारगर सिद्ध हो रही है।
सिर से कम होते बाल इन दिनों अधिक उम्र वालों के लिए कम और युवाआें के लिए अधिक चिंता का सबब बन रहा है। युवाओं के बीच इन दिनों सिर से कम हो रहे बालों की समस्या को लेकर चिंता अधिक हो रही है। सर्वाधित चिंता 30 से 40 साल तक के युवाओं के लिए इन दिनों सामने आ रही है। कंधे पर गिरते बाल इस उम्र वालों को अधिक परेशान कर रहे हैं। वहीं नहाते समय सिर के बाल धाेते समय हाथों में टूटकर आने से लोगों की चिंता निदान तक आते - आते बड़ी समस्या भी बन जा रही है।
ट्राइकोलाजिस्ट (ऐसे विशेषज्ञ जो बालों की जड़ों और लंबाई बढ़ाने के लिए कार्यरत हो) मधुलिका सिंह का कहना है कि जब आप के बाल गंदे और उसमें ड्रेंडफ होगा तो वे टूटने के साथ गिरेंगे भी। समय रहते इन पर ध्यान दिया जाए जो गंजा होने से बचा जा सकता है। बालों की समस्या 80 प्रतिशत खोपड़ी की ऊपरी परत में होता है। मिजो डरमा रोलर तकनीक में सबसे पहले खोपड़ी के खराब ऊपरी त्वचा को साफ किया जाता है। उसके बार डेंड्रफ को समाप्त किया जाता है। सात से आठ सीटिंग के बाद व्यक्ति को फर्क दिखने लगता है।
अमूमन दूसरे अन्य खर्चीले उपायों से यह उपाय काफी सरल और सस्ता होने से लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी हो रहा है। वहीं युवाओं के बीच यह उपचार की तकनीक काफी हद तक चर्चा में है। सुरक्षित होने और काफी किफायती होने के साथ ही कम समय लेने की वजह से भी यह काफी लाभदायक है। हालांकि इसके लिए सतर्क रहने की जरूरत है कि बालों के झड़ने और टूटने की शुरुआत होते ही उपचार शुरू हो जाए ताकि जल्द ही बालों को होने से वाले स्थाई नुकसान से रोका जा सके।