ग्वालियर। मध्य प्रदेश में कमलनाथ के मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने के बाद भाजपा में सीएम पद के लिए दावेदारों की संख्या बढ गई है। जहां एक ओर भाजपा से सीएम बनने के लिए पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का नाम चल रहा है वहीं दूसरी ओर सीएम पद के लिए एक और नाम तेजी से चल रहा है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम तेजी से उभरकर सामने आया है। इससे अंचल में सरगर्मियां बढ़ गई हैं। खबर है कि पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को केंद्रीय मंत्री बनाने के लिए इस फार्मूले पर भी विचार किया जा रहा है। यदि ऐसा होता है तो ग्वालियर-चंबल अंचल प्रदेश में सबसे ताकतवर हो जाएगा।
समर्थकों ने चलाई मुहिम:-
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सीएम बनाने के लिए नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों ने फेसबुक पर एक नया पेज बनाया है। समर्थकों ने फेसबुक पर नया पेज बनाते हुए चीफ मिनिस्टर नरेंद्र सिंह तोमर लिखा है। समर्थकों ने फेसबुक को अधिक से अधिक लोगों को शेयर कर रहे है।
उपचुनाव लड़ाया जा सकता है:-
माना ये भी जा रहा है कि अगर नरेंद्र सिंह तोमर को प्रदेश का सीएम बनाया जाता है तो नरेंद्र तोमर को जौरा की खाली हुई सीट से उपचुनाव भी लड़ाया जा सकता है। लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना कि अगर ऐसा होता है तो अंचल से ही विरोध के स्वर मुखर हो सकते हैं, क्योंकि इससे अंचल के कई दिग्गज भाजपा नेताओं का कद और घट जाएगा। इसलिए वह आसानी से इस निर्णय को स्वीकार नहीं करेंगे।
कौन-कौन हैं दावेदार:-
माना ये भी जा रहा है कि वरिष्ठता के आधार पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम शिवराज सिंह चौहान के बाद दूसरे नंबर पर है। तो वहीं, ऑपरेशन लोटस में रणनीतिकार की भूमिका निभाने वाले पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम भी केन्द्रीय संगठन की सूची में शामिल है। सूत्रों का कहना है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के चयन में ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी अहम रोल होगा।