भोपाल. मध्यप्रदेश में अब कोरोना संक्रमण की स्थिति सुधरती जा रही है। प्रदेशवासियों के हौसले के कारण अब मध्यप्रदेश के कई जिलों में कोरोना संक्रमण से नए मामले सामने नहीं आए हैं। वहीं, मध्यप्रदेश के तीन जिलें कोरोना मुक्त हो गए हैं। हालांकि इंदौर और भोपाल में अभी भी खतरा बना हुआ है। लेकिन बीते दिनों की अपेक्षा यहां भी संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज ठीक होकर घर रवाना हो रहे हैं।
स्वस्थ्य हो रहे हैं मरीज:-
रविवार तक राजधानी भोपाल में 31 संक्रमित मरीज और इंदौर में 71 संक्रमित मरीज ठीक होकर घर आ गए हैं। इसी प्रकार, ग्वालियर और शिवपुरी में अब एक भी स्थानीय कोविड पॉजिटिव मरीज नहीं है। भोपाल के 193 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। प्रदेश के 50 प्रतिशत से अधिक जिले कोरोना से पूरी तरह मुक्त हैं।
शिवपुरी, छिंदवाड़ा एवं ग्वालियर में 13 दिन से कोरोना पॉजिटिव नहीं:-
शिवपुरी, छिंदवाड़ा एवं ग्वालियर जिलों में गत 13 दिनों से एक भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है। इसी प्रकार, विदिशा में 9 दिन से, मुरैना में 8 दिन से तथा टीकमगढ़ में पिछले 5 दिनों से एक भी कोरोना टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया है। जिलों में स्थितियां सुधर रही हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर रविवार का दिन मुरैना जिले के लिए सुखद रहा। जिले में मिले सभी 14 कोरोना पॉजीटिव संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। कलेक्टर प्रियंका दास ने बताया कि कोरोना पॉजीटिव से निगेटिव हुए 7 व्यक्तियों को पहले ही डिस्चार्ज किया जा चुका है, बाकी 7 को रविवार को जिल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से छुट्टी दी जा रही है। वहीं इंदौर से भागकर आए दोनों कोरोना पॉजीटिव की भी पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। बाकी पहले से ही निगेटिव और ट्रक चालक के साथ सहायक को भी छुट्टी दी जा रही है।
कलेक्टर प्रियंका दास ने कहा कि कोरोना मुक्त हो जाने के बावजूद जिले के शहरी क्षेत्र में सख्ती पहले जैसी ही जारी रहेगी। क्योंकि यदि लापरवाही से एक भी नया मरीज सामने आ गया तो फिर 28 दिन के लिए जिला पीछे चला जाएगा। हालांकि कोरोना मुक्त होने के बाद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण और मनरेगा के कार्य शुरू कराए जा सकेंगे।
पूरे प्रदेश में कुल 453 संक्रमित क्षेत्र हैं, जिनमें लगभग 22 लाख लोग रह रहे हैं। इनका सघन सर्वे कार्य 2623 टीम कर रही हैं। अभी तक 20.5 लाख व्यक्तियों का सर्वेक्षण हो चुका है। सर्वेक्षण के दौरान 12 हजार 938 हाई रिस्क व्यक्ति पाए गए हैं। इन सभी का सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
11 लैब में 18 सौ टेस्ट:-
प्रदेश में अब कोरोना टेस्टिंग के लिए 11 लैब कार्य कर रहे हैं तथा प्रतिदिन लगभग 18 सौ टेस्ट की क्षमता निर्मित हो गई है। रविवार को 1578 सैंपल लिए गए थे, जिनमें से 52 कोरोना पॉजिटिव पाए गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस महानिदेशक विवेक जोहरी को निर्देश दिए कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के कार्य में तैनात पुलिस कर्मियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाए। वे रात-दिन कोरोना संबंधी कार्य में लगे हैं। उन्हें सभी आवश्यक सुविधाएं, मास्क, सैनिटाइजर आदि उपलब्ध कराए जाएं।