जम्मू कश्मीर। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच काफी चिंताजनक खबर सामने आई है। पीओके में बैठा एक आतंकी अपने पिता से फोन पर बात करते हुए कह रहा है कि उसके कई साथी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। साथ ही तैयारी की जा रही है कि जितनी जल्दी हो सके उन्हें कश्मीर भेजा जाए। आतंकी ने अपने पिता को बताया कि उनके(पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका) पास न तो खाना है और न ही दवाइयां। उनके पास अगर कुछ है तो केवल हथियार।
आतंकी और उसके पिता के बीच बातचीतः-
पिता को सलाम करते हुए आतंकी ने कहा- हैलो
पिता- कौन बोल रहा है?
आतंकी- अब्बू...मैं शाहिद बोल रहा हूं।
पिता- आज बड़े दिन बाद फोन किया है। सब ठीक तो है?
आतंकी- टाइम नहीं मिलता, आज मिला तो सोचा हाल खबर ले लूं।
पिता- तुम और तुम्हारे साथी ठीक तो हैं?
आतंकी- मैं तो ठीक हूं लेकिन पांच से छह साथी संक्रमित हो चुके हैं। और इनकी (आकाओं) कोशिश है कि जो संक्रमित हैं उन्हें जल्द से जल्द कश्मीर भेजा जाए।
पिता- उन्होंने कोई इंतजाम नहीं रखा क्या तुम लोगों के लिए वहां?
आतंकी- यहां केवल खुदा ही हाफिज है हमारा। न तो खाना है और न ही दवाइयां। उनके पास अगर कुछ है तो केवल हथियार।
पिता- तेरी मां बहुत परेशान है, जब से तू गया है। अपना ध्यान रखना।
पिता- आने का क्या प्लान है।
आतंकी- परेशान मत हो अल्लाह रहम करेगा। मैं भी कोशिश कर रहा हूं कि कोई रास्ता निकले तो मैं भी कश्मीर आऊं। मेरी ओर से सबको सलाम कहना।गौरतलब है कि इस आतंकी और उसके द्वारा सोशल मीडिया के जरिए वायरल किए गए ऑडियो की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन ऑडियो के वायरल होते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। सूत्रों की मानें तो यह आतंकी दक्षिणी कश्मीर से ताल्लुक रखता है।
चार अप्रैल को जीओसी मेजर जनरल ए. सेनगुप्ता ने कही थी ये बात:-
उधर, चार अप्रैल को विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल ए. सेनगुप्ता ने अमर उजाला के साथ बात करते हुए बताया था कि जो लोग पहले से संक्रमित हैं या संक्रमित हुए लोगों के संपर्क में रहे हैं, ऐसे लोगों से भी आतंकी जबरन खाना मांग रहे हैं। इतना ही नहीं ऐसे लोगों के संपर्क में भी आतंकी आ रहे हैं। ऐसे हालात में इन आतंकियों के जरिए घाटी में संक्रमण फैल सकता है। जीओसी मेजर जनरल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी आतंकी को पनाह मत दें। साथ ही इलाके में आतंकियों के पाए जाने पर सूचना दें। जीओसी के अनुसार सेना की यह रणनीति है कि इलाके में सभी आतंकियों को जल्द मार गिराया जाए ताकि इनके जरिए वायरस न फैल पाए। आतंकी एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते हैं। इस वजह से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि सेना हर समय आवाम की मदद के लिए तैयार है।