भोपाल. कोरोना संक्रमण के कारण पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है। केंद्र की मोदी सरकार ने 14 अप्रैल को खत्म होने वाली इस लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया है। हालांकि इस दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि 20 अप्रैल के बाद कुछ शर्तों के साथ कुछ इलाकों में छूट मिल सकती है।
20 अप्रैल के बाद उन इलाकों में राहत दी जाएगी, जो हॉट स्पॉट नहीं रहेगा। 20 अप्रैल के बाद स्वास्थ्य, कृषि, ई कॉमर्स सहित अन्य सेक्टर खुल जाएंगे। वहीं, फ्लाइट, मेट्रो, इंटर स्टेट ट्रांसपोर्ट 3 मई तक बंद रहेंगी। आइए जानते हैं कि 20 अप्रैल के बाद कौन-कौन सी सेवाएं शुरू हो रहीं हैं।
ये सेवाएं हो जाएंगी शुरू:-
●गवर्नमेंट एक्टिविटी के लिए डेटा और कॉल सेंटर, पंचायत स्तर पर CSC
●ई.कॉमर्स कंपनियां, कूरियर सर्विस, कोल्ड स्टोरेज और वेयर हाउसिंग
●प्राइवेट सिक्युरिटी और मैनेजमेंट सर्विसेस, होटल
●स्टेबलिशमेंट के लिए क्वारंटाइन फेसेलिटीज, सेल्फ ●एम्पलाइड सर्विसेस जैसे इलेक्ट्रिशियनए प्लंबर आदि
●मेडिकल इमरजेंसी सर्विसेस के लिए प्राइवेट गाड़ियां और जरूरी सामग्रियां
●फोर व्हीलर में ड्राइवर के अलावा पिछली सीट पर एक पैसेंजर को छूट
●टू व्हीलर पर सिर्फ ड्राइवर की अनुमति
●ऑनलाइन एजुकेशनल सर्विस जिसमें टीचिंग, ट्रेडिंग और कोचिंग शामिल
●मनरेगा कार्य, इरिगेशन और वॉटर कंजर्वेशन को प्राथमिकता, सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अनिवार्य
●पॉवर पोस्टल सेवाएं, वॉटर, सेनिटेशन, वेस्ट मैनेजमेंट, टेलीकॉम और इंटरनेट सेवाएं
●ग्रामीण इलाकों में इंडस्ट्रियल और एक्सपोर्ट संबंधी यूनिट्स, इंडस्ट्रियल इस्टेट्स, इंडस्ट्रियल टाउनशिप
आवश्यक सामग्री की मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट्स, आईटी हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स, जूट इंडस्ट्री
कोल एवं मिनरल उत्पादन और ओएंडजी रिफाइनरी, ग्रामीण इलाकों में ईंट-भट्टे
●निर्माण कार्य इसमें सड़क, इरिगेशन प्रोजेक्ट, रिन्यूवेबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स, पालिका के कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट
●अस्पताल, नर्सिंग होम, टेलीमेडिसिन सुविधाएं, मेडिकल शॉप और डिस्पेंसरीज
●मेडिकल रिसर्च, कोविड19 से जुड़ी लैब और कलेक्शन सेंटर, अधिकृत प्राइवेट स्टेबलिशमेंट
वेटरनिटी ह़ॉस्पिटल, डिस्पेंसरीज, क्लीनिक्स, वैक्सीन की सप्लाई और सेल, मेडिसीन
●मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट्स, मेडिकल डिवाइस और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रचर का निर्माण
●सभी स्वास्थ्यकर्मियों का मूवमेंट, साइंटिस्ट, नर्सेसए पैरा मेडिकल स्टॉफ, लैब और टेक्नीशियन
फॉर्मिंग, एग्री प्रोडक्ट में लगी एजेंसियां
●मशीनरी शॉप, कस्टर हायरिंग सेंटर्स, फर्टीलाइजर और बीजों से जुड़ी सेवाएं
●एपीएमसी मंडी, बोवनी और फसल कटाई, डायरेक्टर मार्केटिंग ऑपरेशन
●चाय, कॉफी और रबर का प्लांटेशन ( अधिकतम 50 फीसदी मजदूर)
●पशु पालन जिसमें मिल्क प्रोडक्ट्स का डिस्ट्रीब्यूशन और सेल, एनिमल शेल्टर होम आदि
इसके अलावा फाइनेंशियल और सोशल सर्विसेस, कार्गो एंड इसेंशियल सर्विसेस