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Monday, December 30, 2019

कमलनाथ सरकार के एक और मंत्री ने पटवारियों पर साधा निशाना, कहा- '15 साल में बिगड़ गए हैं पटवारी'

इंदौर. मध्य प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कुछ महीने पहले पटवारियों के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इसको लेकर जमकर धरना-प्रदर्शन और आंदोलन हुआ. काफी मान-मनौव्वल के बाद पटवारी माने थे. जीतू पटवारी के बाद अब कमलनाथ सरकार के एक और मंत्री ने पटवारियों को निशाने पर लिया है. प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने रविवार को इंदौर के सांवेर में कहा कि 15 साल में पटवारी बिगड़ चुके हैं. अपने संबोधन के दौरान मंत्री ने इस बात को स्वीकारा कि उनकी सरकार किसानों का पूरा कर्जा माफ नहीं कर सकी, क्योंकि उन्हें भाजपा सरकार से खजाना खाली मिला था.
काम नहीं कर रहे पटवारी:-
इंदौर के पास सांवेर में किसान सम्मेलन में प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने पटवारियों को उनका काम याद दिलाया. मंत्री ने कहा कि 15 साल में पटवारी बिगड़ चुके हैं. जिस गांव में जाओ वहां पटवारियों की शिकायतें मिलतीं हैं. नामांतरण बंटवारे के नाम पर ये लोग आठ-आठ, 10-10 हजार रुपए मांग रहे हैं, लेकिन काम नहीं कर रहे हैं. ऐसे में हर क्षेत्र में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान आम आदमी के हित में है. भूमाफिया पर कार्रवाई को लेकर मंत्री ने कहा कि कितने ही रसूख वाले हों, कार्रवाई से बच नहीं पाएंगे. उन्होंने कहा कि भोपाल का बीजेपी से जुड़ा एक माफिया घनश्याम राजपूत, कांग्रेसी बनकर मेरे पास आया था. कांग्रेस के एक बड़े नेता से फोन भी लगवाया था. 20 लाख रुपए घूस देने की कोशिश की, लेकिन अब वो श्रीमान जेल की सलाखों के पीछे हैं. कमलनाथ सरकार भूमाफियाओं को बख्शने वाली नहीं है.
पूरा कर्जा माफ नहीं हो पाया:-
सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने भाषण के दौरान ये सच भी स्वीकारा कि अब तक हम लोग किसानों का पूरा कर्जा माफ नहीं कर पाए हैं, क्योंकि सीएम कमलनाथ और हमारे नेताओं को ये पता नहीं था कि पूरा खजाना भाजपा सफाचट कर गई है. कुछ बचने नहीं दिया. कोई विभाग नहीं बचा, जहां उन्होंने बेरहमी से लूटा न हो. जहां देखो घोटाला, बीजेपी ने एमपी को घोटालों का गढ़ बना दिया था. अब हमारी सरकार इसे सुधारने का काम कर रही है.
बयान देकर फंस चुके हैं खेल मंत्री:-
बता दें, इससे पहले खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी विधानसभा राऊ में खुले मंच से कह दिया था कि सौ फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं. उनका ये बयान सरकार को भारी पड़ गया था. क्योंकि उसके बाद प्रदेशभर के पटवारी हड़ताल पर चले गए थे और मंत्री को माफी मांगनी पड़ी थी. रविवार को सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने पटवारियों पर रिश्वत के आरोप लगाए हैं. ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी कि गोविंद सिंह का ये बयान एक बार फिर कहीं सरकार के लिए नई मुसीबत न खड़ी कर दे.